उत्तर प्रदेश के कासगंज में बिकरू कांड दोहराने की कोशिश की गई है. वारंटी को पकड़ने गयी पुलिस को पहले बंधक बनाया गया. फिर बदमाशों ने दरोगा अशोक और सिपाही देवेंद्र साथ जमकर मारपीट की है. सिपाही की मौत हो गई है

तो वहीं दरोगा अशोक की हालत गंभीर बताई जा रही है. उत्तर प्रदेश पुलिस टीम को बंधक बनाने की खबर मिलते ही महकमे में हड़कंप मच गया. फौरन पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे. लहूलुहान दरोगा अशोक और सिपाही देवेंद्र खेतों में गंभीर गंभीर हालत मिले. पुलिस का मानना है कि बदमाश विकास दुबे जैसे कांड को अंजाम देने की फिराक में थे. सिढ़पुरा थाना क्षेत्र के नगला धीमर गांव का ये पूरा मामला है.

उत्तर प्रदेश में कासगंज में सिपाही की हत्या के बाद गंभीर हालत में दरोगा को अलीगढ़ रेफर कर दिया गया है. सिपाही और दरोगा पर उस वक्त हमला किया गया था जब वह वारंट तामील कराने त्रिपुरा क्षेत्र के एक गांव में गए थे. दोनों को मारकर जंगल में फेंक दिया गया था. 4 घंटे से ज्यादा की तलाश के बाद पुलिस दोनों तक पहुंच पाई. इस मामले में शराब माफिया मोती का नाम सामने आ रहा है. पुलिस टीम पर खतरनाक हमला करने के आरोपियों की तलाश तेज हो गई है.

पूरे गांव को पुलिस और पीएसी ने घेर रखा है. माना जा रहा है कि सिपाही और दरोगा पर हमला करने में माफिया मोती और उसके दर्जनों साथी शामिल थे. आगरा के एडीजी अजय आनंद ने बताया कि पुलिस की 6 टीमें गठित कर आरोपियों की तलाश की जा रही है. यह काफी गंभीर प्रकृति का अपराध है. किसी भी हालत में अपराधियों को बख्शा नहीं जाएगा. अपराधियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी.
सिपाही देवेंद्र सिंह को भी उपचार के लिए जिला अस्पताल भेजा गया। जहां से बेहतर उपचार के लिए अलीगढ़ रेफर किया गया। रास्ते में उसकी मौत हो गई। घटना के बाद मुख्यालय से डीएम चन्द्रप्रकाश सिंह समेत आला अफसर रवाना हो गए। वारदात ने कानपुर के बिकरू कांड का यादें ताजा कर दी हैं। बिकरू में माफिया विकास दुबे के यहां दबिश देने गई पुलिस पर हमला कर दिया गया था। इसमें एक सीओ समेत कई पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कासगंज में सिढ़पुरा थाना क्षेत्र के नगला धीमर गांव में पुलिस सिपाही की मृत्यु की घटना पर संज्ञान लिया है. उन्होंने इस घटना के संबंध में दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई किए जाने के निर्देश दिए हैं. सीएम योगी ने कहा कि राज्य सरकार अपराध और अपराधियों के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति पर कार्य कर रही है. कानून व्यवस्था के सम्बन्ध में किसी भी प्रकार का समझौता न करते हुए सम्बन्धित दोषियों के खिलाफ अविलम्ब और सख्त कार्रवाई की जाए.
मुख्यमंत्रीने इस घटना में घायल पुलिसकर्मी के समुचित उपचार के निर्देश दिए हैं. सीएम योगी ने शहीद पुलिसकर्मी के परिवार को 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता और आश्रित को सरकारी नौकरी देने का आश्वासन दिया है. साथ ही उत्तर प्रदेश सीएम ने घटना में संलिप्त लोगों पर NSA के तहत कार्रवाई करने का आदेश दिया है.