
उन्होंने कहा कि हम किसान आठ महीने से धरने पर बैठे हैं,
किन सरकार बात करने को तैयार नहीं है. जब देश की आज़ादी की लड़ाई में 90 साल लगे थे, तो हमारे आंदोलन को अभी आठ महीने ही हुए हैं और हमने भी सरकार से कह रखा है कि जब तक तीनों काले कानून वापस नहीं लेते हैं, तब तक हम किसान घर वापस नहीं जाएंगे. आंदोलन चाहे 30 या 35 साल तक चले, हम किसान अगली पीढ़ी को भी तैयार कर रहे हैं.
बरेली. कृषि कानूनों के विरोध में आंदोलनरत किसान नेता राकेश टिकैत बुधवार को बरेली के बहेड़ी में स्थित गत्ता फैक्ट्री पहुंचे. जहां पर उन्होंने एक किसान सभा को सम्बोधित किया. इस दौरान उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि भारत सरकार पूंजीपतियों की सरकार है. अगर राजनीतिक पार्टी की होती तो अब तक हमारा धरना प्रदर्शन चलता नहीं, बल्कि बातचीत के जरिये खत्म हो चुका होता. राकेश टिकैत यहीं नहीं रुके उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की वजह से आज देश बर्बादी की कगार पर खड़ा है.