India vs England: इंग्लैंड के खिलाफ चार मैचों की टी-20 सीरीज में केएल राहुल का बल्ला काफी शांत रहा. केएल राहुल T20 सीरीज में फ्लॉप होते हुए नजर आए लेकिन इसके बाद उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ पहले वनडे मैच में मैदान पर अपनी बल्लेबाजी का जलवा दिखाया है. उन्होंने शानदार अर्धशतक लगाकर भारतीय टीम को एक बड़े लक्ष्य पर खड़ा कर दिया था जिसे हासिल करने में इंग्लैंड की टीम नाकाम रही. केएल राहुल का मानना है
कि 3 महीने तक कोई प्रतिस्पर्धी मैच नहीं खेलने के कारण वे सुस्त पड़ गए थे लेकिन उनको अपनी तैयारियों पर पूरा भरोसा था. राहुल T20 सीरीज में कठिन परिस्थितियों से गुजरते रहे लेकिन उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ पहले वनडे मैच में अर्धशतक लगाया और साथ ही बेहतरीन विकेटकीपिंग भी करी.

केएल राहुल ने दूसरे वनडे मैच से पहले पत्रकारों से बताया ‘एक बल्लेबाज होने के नाते मुझे लगता है कि मैं मैच खेलने से अच्छी लय में रहता हूं. मैं क्रीज पर जितना ज्यादा समय बिताना चाहता था मुझे उतना समय नहीं मिला मेरे कहने का मतलब ऐसा नहीं है कि यह बात मेरे दिमाग में थी आप चाहे नेट सत्र में समय बताओ या फिर अभ्यास करते रहो लेकिन आप ही मैं आपको अच्छी तरह से तैयार रहने का रास्ता खोजना पड़ता है.’ केएल राहुल ने कहा कि मैंने अपनी तरफ से सर्वश्रेष्ठ तैयारी करी लेकिन मैदान पर मैच खेलते हुए जो समय बिताया जाता है उसका कोई सानी नहीं.

केएल राहुल का यह मानना है कि ऋषभ पंत की सीमित ओवरों की टीम में वापसी और इशान किशन के मौकों का फायदा उठाने के कारण वे खेल के छोटे प्रारूपों में अच्छा प्रदर्शन करने के बावजूद भी अपना स्थान भारतीय टीम में पक्का नहीं मान सकते. राहुल ने कहा कि जब एक खिलाड़ी भारतीय टीम का हिस्सा होता है तो वह जानता है कि प्रतिस्पर्धा वास्तव में कड़ी है और वह खिलाड़ी कभी भी अपने स्थान को लेकर सहज होकर नहीं बैठ सकता खिलाड़ी को हमेशा चुनौती का सामना करना ही पड़ता है.

उन्होंने कहा कि हमारे देश में प्रतिभाओं की कमी नहीं है और आपको हमेशा अपने खेल पर एक बेहतरीन काम करना पड़ता है. आपको जो भी मौका मिलता है उसका भरपूर फायदा उठाना चाहिए. इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि खराब दौर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर के करियर का एक हिस्सा है और वह उसको लेकर जरा भी परेशान नहीं थे क्योंकि यह खिलाड़ी के करियर का हिस्सा है और हर किसी खिलाड़ी को इससे गुजरना पड़ता है.