राजमार्ग मंत्रालय और केंद्रीय सड़क परिवहन ड्राइविंग लाइसेंस और उससे जुड़ी सभी सुविधाएं को अगले कुछ महीनों में ऑनलाइन करने जा रहे हैं. उत्तर प्रदेश, बिहार, दिल्ली-एनसीआर झारखंड, हरियाणा और अन्य कई राज्यों में 90% से भी ज्यादा सेवाएं ऑनलाइन कर दी गई है और अब मार्च के महीने से देश के बचे हुए सभी अन्य राज्यों में भी 90% सभी सेवाओं को ऑनलाइन कर दिया जाएगा. देश के सभी परिवहन कार्यलयों (RTO) के कामकाज को मोदी सरकार के निर्देश पर धीरे-धीरे ऑनलाइन कर दिया जा रहा है!

परिवहन विभाग यह कोशिश कर रहे हैं कि लोगों को सभी तरह के ड्राइविंग लाइसेंस चाहे रिन्युअल, डुप्लीकेट लाइसेंस के साथ-साथ एड्रेस चेंज और आरसी बनवाने के लिए आरटीओ ऑफिस नहीं आना पड़े! लोगों को घर पर बैठे ही अपने डाक्यूमेंट्स अपलोड करने पड़ेंगे और सिर्फ एक बार ट्रायल देने के लिए आरटीओ दफ्तर जाना पड़ेगा. लोगों को अब रोज-रोज ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आरटीओ दफ्तर के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे, आपका बता दे लोगों को सिर्फ फिटनेस और ड्राइविंग टेस्ट के लिए ही आरटीओ दफ्तर जाना पड़ेगा बाकी का बचा हुआ काम लोगों को ऑनलाइन ही करना पड़ेगा!

इसके अलावा वीआईपी नंबर के रजिस्ट्रेशन का प्रोसेस भी लोगों के लिए अब और भी ज्यादा आसान कर दिया गया है इस प्रक्रिया को भी अब ऑनलाइन कर दिया जाएगा. पिछले कुछ दिनों से ट्रांसपोर्ट अथॉरिटीज की ज्यादातर सेवाएं ऑनलाइन शुरू कर दी गई है खासकर उत्तर प्रदेश, दिल्ली-एनसीआर, बिहार, उत्तराखंड, झारखंड,मध्य प्रदेश,राजस्थान जैसे कई अन्य राज्यों में गाड़ियों के पंजीयन लर्निंग लाइसेंस के लिए नए नियमों को लागू करने का ऐलान कर दिया गया है इसके अलावा कई अन्य राज्यों में आवेदन को ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीके से स्वीकार करा जा रहा है लेकिन मार्च के महीने से सभी सेवाएं ऑनलाइन कर दी जाएगी!