26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के दिन पुलिस और किसानों के बीच हुई हिंसा के बाद लोगों ने काफी नाराजगी दिखाई है क्योंकि कुछ आंदोलनकारियों ने भारत देश के तिरंगे का अपमान करा था!

गणतंत्र दिवस के दिन किसानों ने कृषि कानून को रद्द करवाने के लिए ट्रैक्टर परेड निकाली थी लेकिन इस ट्रैक्टर रैली के दौरान किसानों और पुलिस के बीच आईटीओ और लाल किला साथ ही दिल्ली के अन्य बॉर्डर पर काफी हिंसा हो गई! लोगों ने इस हिंसा के खिलाफ काफी नाराजगी दिखाई है और अब लोगों की नाराजगी व गुस्से का आलम इतना बढ़ गया है कि वह लोग आंदोलन स्थलों पर जाकर किसानों से आंदोलन खत्म करने की मांग कर रहे हैं! सिंधु बॉर्डर पर गुरुवार को स्थानीय लोगों ने जमकर काफी हंगामा करा है!

आपको बता देना रात लोगों का यह कहना है कि किसानों ने अपने ही भारत देश के तिरंगे का अपमान करा है सिंघु सीमा पर पहुंचे नरेला इलाके के आसपास के स्थानीय लोगों ने कहा कि हम किसी भी चीज का अपमान सह सकते हैं लेकिन अपने भारत देश तिरंगे का अपमान नहीं सह सकते और अब लोग किसानों के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रहे हैं! इसके साथ ही लोगों की मांग है कि सीमाओं पर से किसानों के आंदोलन को खत्म किया जाए और राजस्थान के शाहजहांपुर में भी किसानों के खिलाफ नारेबाजी शुरू हो चुकी है. गणतंत्र दिवस के दिन हुई हिंसा के बाद केंद्र सरकार और पुलिस प्रशासन भी हरकत में आ गये है दिल्ली पुलिस ने 400 से भी ज्यादा लोगों के ऊपर केस दर्ज कर लिया है!
