सऊदी अरब:——- पूरे भारत में ऑक्सीजन की कमी के मारे काफी ज्यादा परेशानियां को सामना करना पड़ रहा था इसी बीच सऊदी अरब से 80 टन ऑक्सीजन भारत भेजा गया जिसे अब भारत वासियों को उम्मीद है कि उनकी जान की हिफाजत हो पाएगी.दुनिया के दूसरे सबसे बड़े कोरोना संक्रमित देश बन चुके भारत की मदद के लिए दुनियाभर के मित्र देश आगे आए हैं। भारत में कोरोना संक्रमण की स्पीड के बीच अस्पतालों की व्यवस्थाओं पर बुरा असर पड़ा है।
खासकर ऑक्सीजन की कमी के चलते कई मरीजों को जान गंवानी पड़ी। हालांकि अब स्थितियों में सुधार हो रहा है। ऑक्सीजन के लिए भारत के मित्र देश भी मदद कर रहे हैं। इसी सिलसिले में सउदी अरब से 80 टन ऑक्सीजन का टैंक भारत के लिए रवान हुआ। इसी बीच अमेरिका, कनाडा और दूसरे अन्य देश भी भारत की मदद के लिए आगे आए हैं।

अडानी समूह और लिंडे कंपनी के सहयोग से 80 मीट्रिक टन ऑक्सीजन को कंटेनर द्वारा शिपमेंट किया जा रहा है. सऊदी अरब की तरफ से इस मदद पर रियाद में भारतीय मिशन ने ट्वीट कर सऊदी अरब के स्वास्थ्य मंत्रालय का आभार जताया.80 टन तरल ऑक्सीजन के साथ 4 आईएसओ क्रायोजेनिक टैंकों की यह पहली शिपमेंट अब समुद्री रास्ते में है जो जल्द ही भारत पहुंच जाएगा
जिसके बाद देश में ऑक्सीजन संकट खत्म हो जाने की संभावना है. सऊदी अरब में अपनी तरफ से भारत की मदद करके भारतवासियों की जानकी बचाकर एक बहुत अच्छी पहल की है. उनका यह कदम भारत में काफी ज्यादा वायरल और धन्यवाद शीलता भी हो रहा है सभी लोग उनकी इस मदद के बाद उनका बहुत-बहुत शुक्रिया अदा कर रहे हैं.

अडानी समूह के अध्यक्ष गौतम अडानी ने शिपमेंट की जानकारी खुद ट्वीट करके दी है.भारतीय वायु सेना ने शनिवार को सिंगापुर से ऑक्सीजन लेने के लिए चार क्रायोजेनिक टैंक का इस्तेमाल किया है. ऑक्सीजन कंटेनर भारतीय वायुसेना के सी17 विमान से सिंगापुर (Singapore Oxygen) से लाए गए हैं. इस संबंध में गृह मंत्रालय ने ट्वीट कर बताया है, ‘सिंगापुर से लाई गई लिक्विड ओ2 ऑक्सीजन के भंडारण के साथ विमान 4 क्रायोजेनिक कंटेनर के साथ पश्चिम बंगाल के पारागढ़ एयरबेस पर उतरा है.’ इसके साथ ही वायु सेना देशभर के कोविड अस्पतालों में जरूरी दवाएं भी पहुंचा रही है.

ऑक्सीजन अभी तक कि भारत में सबसे बड़ी परेशानी बन चुका है पर अब सऊदी की इस वजह से भारत की यह परेशानी भी कम होने की आशा है बाहर सऊदी अरब ने भारत के लिए 80 टन ऑक्सीजन भेजा है जिससे हमारे कोरोना पेशेंट का अच्छे से इलाज हो सकेगा. सऊदी अरब के साथ-साथ कई अन्य देशों ने भी भारत की मदद के लिए आगे आ रहे. श्रीलंका में मौजूद चीनी दूतावास ने कहा है कि महामारी के इस मुश्किल वक्त में चीन भारत के साथ है. दूतावास ने जानकारी दी है कि दिल्ली के लिए हॉन्ग कॉन्ग से 800 ऑक्सीजन कन्सेन्ट्रेटर भेजे गए हैं
और आने वाले सात दिनों में और दस हज़ार ऑक्सीजन कन्सेन्ट्रेटर भारत भेजने की जा रही है.ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कहा है कि उनकी सरकार भारत सरकार के साथ मिल कर काम कर रही है और कोरोना से लड़ने के लिए ब्रिटेन ने 300 से अधिक ऑक्सीजन कन्सन्ट्रेटर समेत 600 मेडिकल डिवाइस भारत भेज रहा है.इस तरह दवाओं और मेडिकल सामान की कुल नौ खेप भारत के लिए भेजी जा रही है, जिसकी पहली खेप मंगवार को दिल्ली पहुंचेगी. कथन और भी country ने भारत की मदद के लिए