मेरठ किसान महापंचायत—दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उत्तर प्रदेश के मेरठ में किसान महापंचायत में मोदी सरकार पर हमला बोला है. केजरीवाल ने तीनों कृषि कानून को डेथ वारंट घोषित कर दिया है उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस कानून को इसलिए पास करवाया है क्योंकि वह अपने पूंजीपति मित्रों को फायदा पहुंचाना चाहते हैं. तीनों कृषि कानून के चलते सभी किसानों की खेती पूंजीपतियों के हाथों में चली जाएगी. इसके अलावा मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने किसान नेता राकेश टिकैत के रोने पर जिक्र करते हुए कहा कि जब राकेश टिकैत किसान आंदोलन के दौरान रो रहे थे तुम मुझसे यह भी देखा नहीं गया और मुझे बहुत दुख हुआ!

अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हमारे देश के किसानों पर आज लाठियां बरसाई जा रही है उन पर कीलें ठोकी जा रही हैं इतने सुल्तान ग्रह सामने भी हमारे देश के किसानों का नहीं करें थे लेकिन बीजेपी नेता अंग्रेजों को भी पीछे छोड़ दिया और आप यह बीजेपी हमारे देश के किसानों पर झूठे मुकदमे दर्ज कर रहे हैं.
केजरीवाल ने मेरठ में महापंचायत के दौरान कहा कि आज हमारे देश का किसान बहुत ज्यादा मुश्किल से गुजर रहा है सभी किसान अपने परिवार के साथ कड़कड़ाती ठंड में 95 दिनों से दिल्ली के बॉर्डर पर बैठकर नए कृषि कानून के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं ताकि सरकार उनकी मांग को पूरा कर सकें और यह नए कृषि कानून रद्द हो जाए. इसके अलावा 250 से भी ज्यादा हमारे किसान भाइयों की शहादत हो गई है लेकिन सरकार के कान पर जूं तक भी नहीं रेंग रहा है!

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि 70 सालों से सभी पार्टी की सरकारों ने किसानों को धोखा दिया है 70 सालों से किसान अपनी फसल का सही दाम मांग रहा है. सभी सरकार ने चुनावी घोषणा पत्र में यह लिखा होगा कि हमें जुदा तो हम सही दाम देंगे लेकिन अगर वह सही दाम देते तो आज हमारे देश का किसान आत्महत्या करने पर मजबूर नहीं होता.
इसके अलावा अरविंद केजरीवाल ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि 2014 में बीजेपी के घोषणापत्र में कहा गया था कि हम स्वामीनाथन रिपोर्ट लागू करेंगे जिस वजह से किसानों ने बीजेपी को जमकर वोट दिया और फिर बीजेपी ने 3 साल बाद सुप्रीम कोर्ट के एफिडेविट में लिखा कि वो MSP नहीं देंगे. किसानों की पीठ पर बीजेपी सरकार ने छूरा मारा है
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि सरकार के पास पैसे की बिल्कुल भी कमी नहीं है बीजेपी सरकार के पास सिर्फ नियत की कमी है उन्होंने कहा कि अगर सरकार अच्छी होगी तो किसान अपने ट्रैक्टर लेकर मिल में जाएंगे और उनके घर पर पहुंचते हैं गन्ने का भुगतान भी हो जाएगा!
