जैसे कि आप सबको पता है कि भारत में कोरोना वायरस का खात्मा करने के लिए 16 जनवरी से वैक्सीनेशन शुरू हो गया है और अब ज्यादातर सभी देशों की नजर भारत के ऊपर टिकी हुई है ऐसे में सवाल उठता है कि क्या भारत अपने पड़ोसी देश पाकिस्तान के भी मदद करेगा?

कोरोना वायरस का खात्मा करने के लिए भारत की तरफ से पड़ोसी देशों को लगातार मदद दी जा रही है भारत अभी तक कोरोना वायरस वैक्सीन की लाखों डोज़ बांग्लादेश, नेपाल , भूटान और मालदीव को दे चुका है और अब भारत की इस वैक्सीन की दुनिया भर में काफी डिमांड हो रही है यहां तक कि ब्राजील के प्रेसिडेंट ने भी प्रधानमंत्री को वैक्सीन के लिए खत लिखा था! अभी तक 92 देशों ने भारत की सरकार से कोरोना वैक्सीन खरीदने की मांग करी है और अब सवाल उठ रहा है कि क्या भारत अपने पड़ोसी देश पाकिस्तान को भी कोरोना वैक्सीन की डोज़ देकर मदद करेगा ?
नेबरहुड फर्स्ट पॉलिसी के तहत भारत सरकार द्वारा अपने करीबी देशों को कोरोना की वैक्सीन भेजी जा रही है हिंदी अखबार दैनिक भास्कर ने सरकारी सूत्रों से पता चला है कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मानवता के नाम पर अपने पड़ोसी देशों को कोरोना वायरस की वैक्सीन दे रहे हैं! भारत की कोरोना वायरस वैक्सीन की दुनिया भर के काफी देशों से डिमांड मिल रही है ऐसे में अगर पाकिस्तान भी भारत सरकार से वैक्सीन मांगता है तो भारत को अपने पड़ोसी देश पाकिस्तान की मदद करने में कोई दिक्कत नहीं होगी!

पाकिस्तान ने चीन की वैक्सीन सिनोफार्म और आक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका के कोविशील्ड को एमरजैंसी इस्तेमाल करने की मंजूरी दे दी है और अब अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक भारत की इस वैक्सीन को पाकिस्तान भी लेना चाहता है! पाकिस्तान की सरकार भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पड़ोसी होने के नाते वैक्सीन की डिमांड कर सकती है! भारत नेबरहुड फर्स्ट पॉलिसी के तहत पाकिस्तान को वैक्सीन दे सकता है आपको बता दें कि पाकिस्तान के पास दूसरा रास्ता यह है कि वह विश्व स्वास्थ्य संगठन के जरिए ये वैक्सीन लें सकते हैं क्योंकि वैक्सीन नाम का एक संगठन होता है जिसमें 190 देशों की 20 फीसदी जनसंख्या को मुफ्त में वैक्सीन दी जाती है और साथ ही पाकिस्तान भी इसका सदस्य माना जाता है!
