जम्मू-कश्मीर में कोरोना संक्रमण के मामलों में कमी आते ही अमरनाथ यात्रा की तैयारियां एक बार फिर शुरू हो गई हैं. हालांकि इसकी औपचारिक घोषणा नहीं की गई है. इस बीच श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड ने कुछ लंगर संगठनों को बालटाल ट्रैक के लिए 28 जून से 22 अगस्त तक लंगर लगाने की अनुमति दे दी है. इसके लिए लंगर संगठनों से 19 जून तक सेवादारों के आवासीय पते, फोन नंबर, पुलिस सत्यापन रिपोर्ट, 2 पासपोर्ट साइज फोटो, मान्यता प्राप्त डॉक्टर/चिकित्सा संस्थान से जारी अनिवार्य चिकित्सा प्रमाणपत्र मांगे गए हैं.संगठनों को 20 जून को ट्रेवल शेड्यूल के साथ नामित कैंप निदेशक/जनरल मैनेजर (कार्य) से संपर्क कर रिपोर्ट करने को कहा है. लंगर के लिए कुछ शर्तें भी रखी गई हैं. लंगर के लिए अनुमति से यात्रा को लेकर सुगबुगाहट तेज हो गई है. पारंपरिक बालटाल ट्रैक को लगभग साफ कर दिया गया है.औपचारिक तौर पर घोषित 28 जून से शुरू हो रही अमरनाथ यात्रा के लिए कुछ लंगर संगठनों को लंगर के लिए अनुमति दी गई है.

हालांकि बालटाल ट्रैक पर अन्य कार्य भी चल रहे हैं, जिससे उन्हें भी लंगर सेवाओं का लाभ दिया जाएगा. लंगर संगठनों को जारी की गई शर्तों में उन्हें किचन/कुकिंग क्षेत्र में उचित साफ सफाई रखनी होगी. इस क्षेत्र को 2 एमएम थिक पीवीसी शीट से कवर करना होगा. इसके अलावा अन्य जरूरी कोरोना गाइडलाइन का पालन करना होगा.सेवादार नियमित रूप से फेस मास्क, सामाजिक दूरी, भीड़ न करना आदि का पालन करेंगे. कोरोना महामारी को देखते हुए भीड़ से बचाव के लिए लंगर स्थलों पर खाने की अनुमति नहीं होगी और लोगों को पैक्ड फूड वितरित किया जाएगा. अनुमति हासिल करने वाले लंगर संगठनों में से एक बर्फानी सेवा मंडल, हरियाणा है.

श्राइन बोर्ड के एक अधिकारी ने बताया कि यात्रा पर अभी आधिकारिक कोई फैसला नहीं लिया गया है, लेकिन बालटाल ट्रैक को पवित्र गुफा तक लगभग साफ कर लिया गया है. इस ट्रैक पर अन्य कार्य भी चल रहे हैं. ट्रैक पर सुरक्षाबलों की पहले ही तैनाती की गई है.