किसान आंदोलन के चलते कोई ना कोई ना न्यूज़ तो अक्सर आती ही रहती अभी फिलहाल बड़ी न्यूज़ यही है कि मुजफ्फरनगर में किसानों ने की पंचायत और प्रियंका गांधी भी अपना समर्थन देने के लिए किसानों के साथ पंचायत में हुए शामिल!

कृषि कानून को रद्द करवाने के लिए मुजफ्फरनगर की पंचायत में किसानों ने किया जमकर प्रदर्शन और इसके अलावा प्रियंका गांधी के साथ भी कांग्रेस के कई नेता हुए पंचायत में शामिल. किसानों ने नया ऐलान करते हुए कहा कि राजस्थान में निकालेंगे पदयात्रा!
किसानों के समर्थन में प्रियंका ने दिए कई बयान जिसमें से कुछ बयानों को सुनकर किसानों ने भी दीया उनका पूरा साथ प्रियंका गांधी ने कहा, “90 दिनों से लाखों किसान दिल्ली के बाहर बैठे हुए हैं. 215 किसान शहीद हुए, बिजली और पानी की लाइन काटी गई. राजधानी की सीमा को देश की सीमा बना दिया गया.” प्रियंका ने कहा, “यहां मुज़फ़्फ़रनगर में आना मेरा कर्तव्य है. हर नेता को अहसास होना चाहिए कि जनता आकर अहसान करती है. 90 दिनों से लाखों किसान दिल्ली के बाहर बैठे हुए हैं. 215 किसान शहीद हुए, बिजली और पानी की लाइन काटी गई. राजधानी की सीमा को देश की सीमा बना दिया गया. किसान को प्रताड़ित किया गया, ज़लील किया गया. किसान को देशद्रोही कहा गया. प्रधानमंत्री ने संसद में उन्हें आंदोलनजीवी कहा. प्रधानमंत्री ने किसानों का मज़ाक़ उड़ाया.”
समर्थन के दौरान प्रियंका गांधी ने अपने पिता राजीव पूर्व प्रधानमंत्री श्री राजीव गांधी का जिक्र करते हुए कहा
प्रियंका बोली मेरे पिता जी राजीव गांधी ने आपकी बातें मानी थीं. मेरे पिता जी ने आपको सम्मान दिया. मैं भी खुद्दार हूं, मैं ग़द्दारी नहीं करूंगी. मैं राजनीति में मुंह दिखाने के लिए नहीं आई. मैं बार बार आती रहूंगी. हम आपके साथ संघर्ष करेंगे. आप पीछे मत हटिए. इस सरकार को पीछे हटना पड़ेगा.

प्रियंका गांधी का मुजफ्फरनगर में यह तीसरा दौरा था स्वामी कल्याणदेव डिग्री कालेज मुजफ्फरनगर में किसान महापंचायत प्रियंका गांधी ने अपने बयान में बार-बार मोदी जी को भी निशाना बनाया है और साथ ही बताया कि कैसे देश के प्रधानमंत्री विदेशी दौरा करते हैं पर किसानों से नहीं मिलते मोदी जी को किसानों का समर्थन करना चाहिए!
पीएम मोदी 16000 करोड़ रुपया अपने चलने के लिए हवाई जहाज खरीदने व नई संसद बनाने में 20 हजार करोड़ खर्च कर सकते हैं, लेकिन गन्ने का भुगतान नहीं कर सकते। प्रियंका ने कहा कि किसानों पर बिजली का बिल बढ़ता जा रहा है। किसानों की जरुरत की चीजें भी महंगी होती जा रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने डीजल टैक्स से 21 लाख 50 करोड़ कमाए, लेकिन उसका कोई हिसाब नहीं मिला। यह पैसा किसानों को क्यो नहीं दिया गया।