बिजनौर में एक कद्दावर नेता का निधन हो गया। उनके निधन से नगीना में शोक की लहर दौड़ गई। बताया गया कि लगातार दो बार खुद व दो बार पत्नी को चेयरमैन बनाने का रिकॉर्ड सिर्फ खलीलुर्रहमान ने ही बनाया।
बिजनौर में नगर पालिका परिषद नगीना के पूर्व चेयरमैन व कद्दावर नेता शेख खलीलुर्रहमान का मंगलवार की दोपहर दिल्ली में इलाज के दौरान निधन हो गया। वह करीब 65 वर्ष के थे। खलीलुर्रहमान के निधन से नगीना की राजनीति के एक बड़े युग का अंत हो गया।
17 मार्च 1956 को नगीना के मोहल्ला शाह जहीर निवासी मुश्ताक अहमद व अमीना बेगम के घर में जन्म लेने वाले खलीलुर्रहमान दो बार लगातार नगर पालिका परिषद नगीना के खुद चेयरमैन बने और दो बार अपनी पत्नी ताहिरा बेगम को चेयरमैन बनाने में कामयाब हुए। वर्तमान में उनकी पत्नी ताहिरा बेगम नगर पालिका परिषद नगीना की चेयरमैन हैं।

खास बात यह है कि नगीना की राजनीति में लगातार दो बार खुद व दो बार पत्नी को चेयरमैन बनाने का रिकॉर्ड सिर्फ खलीलुर्रहमान के नाम ही है। नगीना की राजनीति में सबसे लोकप्रिय चेहरे के रूप में उभरे खलीलुर्रहमान ने जीवन भर राजनीतिक तौर पर कभी हार का मुंह नहीं देखा। पिछले काफी समय से किडनी की समस्या से ग्रस्त खलीलुर्रहमान की 11 दिसंबर को अचानक ज्यादा तबीयत बिगड़ गई। इसके बाद उन्हें दिल्ली के अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
वहीं मंगलवार की दोपहर करीब 12 बजे उन्होंने प्राण त्याग दिए। खलीलुर्रहमान के पुत्र शेख शाहनवाज खलील नजीबाबाद विधानसभा क्षेत्र से बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे। जिंदगीभर हौसले के साथ राजनीति करने वाले खलीलुर्रहमान को किस्मत का धनी भी कहा जाता रहा है। राजनीति में एक समय ऐसा भी आया कि जिसके सिर पर खलीलुर्रहमान ने हाथ रख दिया वह सफल हो गया। खलीलुर्रहमान के निधन से नगीना में शोक की लहर दौड़ गई और उनके आवास पर सैकड़ों की संख्या में उनके चाहने वालों का जमावड़ा लगा है।