आजकल की दौड़-भाग भरी जिंदगी में तनाव हर किसी के जीवन का अभिन्न हिस्सा बन गया है स्थिति यह है कि बचपन से लेकर मृत्यु तक यह कभी पीछा नहीं छोड़ता हर कोई इसका समाधान खोजता रहता है कि किस तरह तनाव से मुक्ति पाई जा सके लेकिन गिने-चुने लोग ही इसमें सफल हो पाते हैं आजकल रोजमर्रा के तनाव भरे जीवन से जब उकता जाता हूँ
तो बडी शिद्दत से यह चाह होती है कि काश पंख लग जायें और किसी ऐसी जगह उड चलुइ जहां तनाव शब्द का अस्तित्व न हो और मानसिक सुकून इस हद तक मिले कि मन मस्तिष्क नई चेतना नई उमंग नई स्फूर्ति से सराबोर हो जाऊ पंखो से उड़ने की कल्पना करना तो खुली आंखों से ख्वाब देखने की तरह होता है

उत्तराखण्ड के पहाडों के आगोश में कई ऐसे रमणीय स्थल हैं जहां एकबार घुमक्कड़ी करने पर लौटने को कतई मन नहीं करता रोजमर्रा की भागमदौड की थकान उत्तराखण्ड की आबोहवा का स्पर्श पाते ही पलभर में छूमंतर हो जाती है यहां के देवदार फर व बुरांश के विशालकाय दरख्तों के आवरण में लिपटे पहाड़ अंग्रेजों की ग्रीष्मकालीन राजधानी भी रहे है उत्तराखण्ड‘पहाडों का दिल’ कहकर भी सम्बोधित किया जाता है जीवन कि भागदौड भरी जिंदगी मे यदि कोई परेशान है तो उन के लिए सबसे अच्छी दवाई हैं घुमक्कडी आप वहाँ जाओ जहाँ कम ही लोग जाते हैं और अनुभव करो कि आपको कैसा महसूस हुआ बहुत बार सुनता हूं कि इंसान ने जिंदगी से तंग आकर अपनी जिंदगी समाप्त कर ली मुझे लगता हैं कि उसे जिंदगी समाप्त करने से पहले किसी अपरिचित जगह चले जाना चाहिए या किसी भी धार्मिक जगह पर कुछ दिन या प्रकृति के पास या कही दूर पहाड़ो पर कुछ दिन गुजारो फिर रिफ्रेश होकर लग जाओ दाल रोटी और अपने परिवार के भोजन की तलाश में में समय मिलते ही अकसर घुमक्कड़ी करता रहता हूं

अपनी पसंदीदा जगह की बात करूं तो अब तक मैंने जितनी भी जगहें घूमी हैं उनमें मुझे कुमाऊँ मण्डल बहुत पसंद हैं कहते हैं न दुनिया में कहीं स्वर्ग है तो वहीं है यहां की खूबसूरत वादियां मुझे बहुत लुभाती हैं मैं अकसर उत्तराखण्ड जाता रहता हूं यहां मुझे बहुत मजा आता है विंटर में स्क्रीइंग करता हूं यहां की बर्फीली वादियां मुझे बहुत सुंदर लगती हैं प्राकृतिक नजारों से भरपूर उत्तराखण्ड में पहाडिय़ों पर कहीं दूर तक जमी बर्फ तो कहीं धरती पर चादर की तरह फैले फूल मन मोह लेते हैं मुझे अकेले घुमक्कड़ी करना कैम्पिग करना अच्छा लगता है अकसर मेरे ब्लाग व फेसबुक पाठको द्वारा मेरी खूब खातिरदारी की जाती रही है कुछ लोग मेरे साथ फोटो भी खिंचाते है बहुत मजा आता है जब मेरे शोसल मिडिया मित्र मेरा स्वागत करते हैं में उस पल को मैं कभी भूल नहीं सकता हूँ मेरे लिए घुमक्कड़ी करना और एतिहासिक स्थलो कि जानकारी जुटा कर आप के समक्ष प्रस्तुत करना ही मेरा मकसद होता है और तभी तो में खुद को रिलैक्स और रिफ्रेश महसूस करता हूँ मेरी ख्वाहिश देश भर कि घुमक्कड़ी करने की है हाल में दो दिवसीय उत्तराखण्ड कि घुमक्कड़ी कर के लौटा हूं वैसे मुझे अलग-अलग प्रदेशों की सैर करना पसंद हैं मैंने देश के कई प्रदेशों की सैर की है जब भी मैं कहीं बाहर जाता हूं तो मेरी पूरी कोशिश वहां की सभ्यता संस्कृति, खानपान और रहन-सहन को गहराई से जानने और समझने की होती है मुझे खूबसूरत स्थलों को देखना बहुत पसंद है मैं जहां कहीं भी जाता हूं वहां की कोई चीज जरूर अपने साथ ले आता हूूं मेरे कैमरे मे आज भी घुमक्कड़ी की अनेको बहुत सी यादे जुडी हैं

प्रस्तुति————तैय्यब अली