
आयशा अहमदाबाद की रहने वाली एक 23 साल की मामूली लड़की आयशा ने आखिर क्यों दी अपनी जान ? पिछले 2 दिनों से आयशा का खुदकुशी करने से पहले का वीडियो रुला रहा है पूरी दुनिया को और वीडियो के तुरंत बाद ही हो जाती है आयशा की मौत.. मरने से पहले अपना आखिरी पैगाम भी रिकॉर्ड करती है और आखरी बार अपने मां बाप को कॉल करने के बाद नदी में छलांग लगा देती है।
हंसते हंसते आयशा ने दी अपनी जान आयशा भी देश की उन्ही हजारों लड़कियों में से ही है जिनकी दहेज के लिए होती है आए दिन हत्या…

इस वीडियो से पहले आयशा की ये खूबसूरत मुस्कुराहट और नदी में छलांग मारने से पहले अंदर का दर्द आखिर क्या है ? ना जाने वह अंदर से कितनी दर्द में थी और मरने से पहले यह ना कहती या खुदा ना दिखा मुझे इंसानों की शक्ल दुनिया के कोई भी अल्फाजकोई भी शख्स आयशा के इन आंसुओं को इंसाफ नहीं दिला सकता और बयां नहीं कर सकता आयशा ने मुस्कुराते हुए अपनी वीडियो में कहा
- hello अस्सलामवालेकुम मेरा नाम Ayesha Arif Khan.. और मैं जो भी कुछ करने जा रही हूं वह अपनी मर्जी से कर रही हूं मुझ पर किसी का कोई भी जोर दबाव नहीं है बस यह समझ लीजिए खुदा की यही मर्जी होती है और मैंने जितने भी जिंदगी जी है बहुत खुशी से जी है और अपने पिता से कहते हुए छोड़िए सब लड़ाईयों को मैं आपसे बहुत प्यार करती हूं यह केस वगैरह सब छोड़ दीजिए हम प्यार करते हैं Arif उसे परेशान थोड़ी ना करेंगे अगर वह आजादी चाहता है तो उसे आजादी देते हैं.

आएशा ने रोते हुए कहा मैं बहुत खुश हूं कि मैं अब अल्लाह से मिलूंगी और उनसे कहूंगी कि मेरे में कहां गलती रह गई मां-बाप बहुत अच्छे है मेरे दोस्त भी बहुत अच्छे मिले लेकिन पता नहीं तकदीर कहां कच्ची रह गई. मैं खुश हूं स्कूल से जाना चाहती हूं अब अल्लाह से दुआ करती हूं कि अब दोबारा इंसानों की शक्ल ना दिखाएं और जाते जाते एक चीज सीखी है मैंने कि मोहब्बत करनी है तो दो तरफा करो एक तरफा कुछ नहीं है कुछ मोहब्बत निकाह के बाद भी अधूरी रहती हैं और यह प्यारी सी नदी है मैं अल्लाह से दुआ करती हूं कि मैं इस में समा जाऊं मैं बहुत प्यार से जाना चाहती हूं. मैं कोई लड़ाई झगड़ा नहीं चाहती हूं बस मैं खुश हूं आज के दिन मुझे जिन बातों के जवाब चाहिए तेरे मुझे मिल चुके हैं और मुझे जिनको जो सच्चाई बतानी थी उनको बता दी है… बस काफी है और मुझे दुआओं में याद रखना यह आखरी अल्फाज हां आयशा ने….
बता दे कि आयशा की शादी 3 साल पहले हुई थी आयशा ने मोहब्बत से आरिफ खान से शादी की थी और शादी के कुछ टाइम बाद आरिफ का रवैया आयशा के बिलकुल खिलाफ था. वह पैसों की डिमांड और दहेज की मांग करते रहे आयशा को काफी तंग किया उसके ससुराल वालों ने और उसका अबॉर्शन भी करा दिया वे आशा को काफी परेशान करते रहे और उससे आजादी की मांग करता रहा. आयशा के पिता पेशे से एक मामूली दर्जी हैं उन्होंने अपनी बेटी की सलामती के लिए दमाद की मांग पर पहले ही काफी रकम दे चुके थे
हर बार आरिफ आयशा को अपने साथ अहमदाबाद ले जाता और कुछ टाइम सही रखता लेकिन फिर उसका रवैया उसके साथ बिगड़ जाता और फिर से कोई नई डिमांड करने लगता आयशा काफी परेशान होकर साल 2020 में उसने आखिर अपने ससुराल वालों पर घरेलू हिंसा पर रिपोर्ट दर्ज करवाई उससे हालात और बिगड़ गए कई बार आरिफ से अपने रिश्ते सुधारने की कोशिश की लेकिन आरिफ नहीं माना और इससे आयशा बिल्कुल टूट चुकी थी और वह परेशान हो गई. उन्होंने मरने की ठान ली थी उसने मरने से पहले आरिफ को फोन करके कहा मैं मरने जा रही हो तो आरिफ ने कहा मरती हो तो मर जाओ बस मेरा पीछा छोड़ो आयशा ने Arif की ख्वाहिश पूरी करके उसको वीडियो भी सेंड करा और उसको हमेशा के लिए आजादी भी दे दी….
हमारा तो यही मानना है कि देश की हर बेटी को अपने परिवार के बारे में सोचना चाहिए और ऐसे खुदकुशी के बारे में नहीं सोचना चाहिए. उनको हिम्मत से काम लेना चाहिए जिंदगी एक बहुत ही खूबसूरत चीज है उसको अपने परिवार के लिए और अपने लिए जीना चाहिए और अपने हक के लिए लड़ना चाहिए ना कि ऐसा काम करना चाहिए. हम तो आयशा के जस्टिस के लिए प्रे करते हैं और चाहते हैं आयशा के गुनहगारों को जल्द से जल्द सजा मिले और Ayesha को इंसाफ दिलाने के लिए खैर अभी पूरी जनता और उसके पिता पूरी शिद्दत से अपनी बेटी के लिए इंसाफ मांग रहे हैं हम भी प्रे करते हैं कि आयशा को जल्दी इंसाफ मिले…